वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-बाराबंकी। मसौली थाना क्षेत्र में बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर बस व डीसीएम की भिड़ंत में मृतकों की संख्या तीन हो गई है। वहीं, चार घायलों का इलाज केजीएमयू में चल रहा है। मृतकों में दो के शव बाराबंकी में ही पोस्टमार्टम के बाद गोंडा व बहराइच भेजे गए, जबकि तीसरे युवक का शव लखनऊ से रामनगर इलाकेे के पिपरी गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। इस दुर्घटना को शुक्रवार शाम कोई केस दर्ज नहीं हो सका।
बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर बिंदौरा गांव के पास सरिया लादकर जा रही डीसीएम में तेज रफ्तार बस पीछे से घुस गई थी। हादसे के दौरान डीसीएम की सरिया बस को उड़ाते हुए अंदर बैठे यात्रियों के शरीर में घुस गई थी। हादसे में गोंडा के करनैलगंज निवासी बस के परिचालक अभयराज शुक्ल व बहराइच के विश्वेशरगंज निवासी आलोक शुक्ला की मौत हो गई थी।
पांच घायलों को गंभीर हालत में केजीएमयू लखनऊ में भर्ती कराया गया था। जहां उसी रात करीब डेढ़ बजे रामनगर के पिपरी गांव निवासी सुनील कुमार वर्मा की मौत हो गई। सुनील बाराबंकी में टाइल्स की दुकान पर मजदूरी करता था। उसकी मौत से उसकी बेटी वर्षा (6) व तीन साल के बेटे हिमांशु के सिर से पिता का साया छिन गया है। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद सुनील का शव पिपरी गांव पहुंचा तो पत्नी पूजा समेत परिवार के अन्य लोग भी बेसुध हो गए। शुक्रवार शाम थानाध्यक्ष मसौली अभिषेक तिवारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। तहरीर मिलते ही केस दर्ज होगा।
चल रही थी डीसीएम, चालक का पता नहीं
पुलिस को जांच में पता चला कि बस गोंडा की ओर जा रही थी जिसके आगे डीसीएम चल रही थी। बस में 13 या 14 यात्री थे। डीसीएम ने अचानक बेक्र मारी तो तेज रफ्तार बस पीछे से घुस गई। टक्कर से डीसीएम हाईवे किनारे खाई में पलट गई। थानाध्यक्ष मसौली अभिषेक तिवारी ने बताया कि डीसीएम कानपुर की है। चालक का पता नहीं चल पाया है। हादसे के बाद ग्रामीण व कुछ यात्री बस चालक को पीट रहे थे, जिसे बचाया गया।